Saturday, January 26, 2013

भारत


("भारत" शब्द का प्रयोग करते हुए दोनों भाव [ घटोतरी व् बढ़ोतरी ] में लिखिए ---- हां पंक्ति तो चार ही)

गिरीश जोशी

मेरा भारत देश
तिरंगा इसकी शान है
सहेज हुए है अनेकता, विविधता
और उसपे एकता जो इसकी पहचान है
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मेरा सौभाग्य कि ये देश है मेरा
इस भूमि में हुआ जन्म मेरा
यही तमन्ना कि करूं सेवा
ताउम्र अपने भारत की


किरण आर्य 

हाँ कमजोरियां लाखो सही 
फिर भी महान 
शान हमारी 
भारत 
-----
भारत 
मेरा देश 
प्रेरणा है हमारी 
संस्कृति संस्कारों से सुसज्जित 


प्रभा मित्तल 

भारत 
देश न्यारा
प्राणों से प्यारा
अमर रहे गणतंत्र हमारा 
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शहीदों की कर्मस्थली यह
देवों की जन्मभूमि
प्रणम्य है 
भारत !


प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल

मेरा भारत 
विश्व गुरु कहलाता 
शान से लहराता तिरंगा
विश्व भर में नाम हमारा 
------- 
यहाँ है देवी देवताओ का वास 
गुरु का करते सब सम्मान 
अतिथि को देते मान 
मेरा भारत महान

Mahendra Singh Rana 

भारत का गणतंत्र है महान
कहते है सब कद्रदान
इसमे पलते बेईमान
गणतंत्र पहलवान
............... ......
आखिर
कब तक
भारत का गणतंत्र
विश्व मेँ परचम लहरायेगा?


भगवान सिंह जयाड़ा 

जन जन का यह नारा ,
भारत प्यार देश हमारा ,
इस की आन ,
हमारी शान ,
***********
हमारी जान ,
हमारी आन ,बान ,
हमारा भारत देश महान ,
कभी न घटे इसकी शान ,




इस पोस्ट में सभी भाव पूर्व में प्रकशित हो चुके है फेसबुक के समूह " सीढ़ी - भावों की " https://www.facebook.com/groups/seedhi/

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